नोटबंदी व जीएसटी लागू करने के साथ ही सरकार ने बड़े शहरों में चलने वाले ऑटो वगैरह की अधिकतम उम्र निर्धारित कर दी जिसके तहत उम्र पूरी कर चुके अच्छी स्थिति वाले ऑटो को भी कबाड़ में देकर ऑटो चालकों को कर्ज लेकर नया ऑटो खरीदना पड़ा। इसका खामियाजा न सिर्फ ऑटोवालों को बल्कि मेरे पिताजी जैसे छोटे दुकानदारों को भी भुगतना पड़ा। ऑटोचालक जहाँ ऑटो की कीमत के रूप में बैंक की किश्त भरने के दबाव में थे वहीं ऑटो पार्ट्स वाले दुकानदार अचानक आई मंदी के शिकार होकर तनाव की स्थिति में आ गए थे। नई गाड़ियों की