उजाले की ओर –संस्मरण

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स्नेहिल नमस्कार मित्रों कैसे हैं आप सब? आज हम बात करते हैं मुस्कान की। आप ही सोचें  सुबह सुबह आपको कोई मुस्कुराता चेहरा दिखाई देता है तो मन कैसा प्रफुल्लित हो जाता है। बस यही बात है जब हम किसी प्यारी सी चीज को देखते हैं जैसे आसमान की लालिमा.. सूर्य की किरणें.. खिले हुए फूल.. ताजे पत्ते.. बारिश की कुछ बूंदे और सामने मुस्कुराता चेहरा तो जान लीजिए कि आपका सारा दिन खूबसूरत बन गया। मुस्कान बाधाओं को दूर करती है, तनावपूर्ण परिस्थितियों को आरामदायक बनाती है,हम आकर्षक दिखते हैं, हममें ऊर्जा का संचार होता है,लोग हमारे आस पास