मेरे घर आना ज़िंदगी - 16

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(16)डॉ. नगमा सिद्दीकी को दिखाने के बाद मकरंद नताशा को उसके मम्मी पापा से मिलाने ले गया था।‌ दोनों अपनी बेटी और दामाद को देखकर बहुत खुश थे। खासकर नंदिता के पापा। अब उनकी तबीयत पहले से बहुत अच्छी थी। वह खुलकर हंस रहे थे और बातें कर रहे थे। नताशा भी अपने मम्मी पापा से बातें करते हुए खो गई थी। किसी को ध्यान ही नहीं था कि मकरंद कमरे में एक तरफ चुपचाप बैठा है। उन तीनों को बातें करते हुए देखकर मकरंद‌ सोच रहा था कि उसे जीवन में कभी इस तरह के पल बिताने को नहीं