सातवीं शताब्दी के दौरान प्रतिहारो के एक सामंत वासुदेव ने शाकंभरी में चौहान वंश की स्थापना की थी। शाकंभरी नगर सांभर और अजमेर के निकट अवस्थित है। चौहान शासकों का प्राचीन भारत के इतिहास में विशेष स्थान है। पहले चौहान शासक, प्रतिहार शासकों के सामंत थे। प्रतिहार साम्राज्य के सामंत चौहान सामंतो में वासुदेव ,गुवक प्रथम ,दुर्लभ राज द्वितीय,विग्रहराज द्वितीय (ईस्वी ९७१-९९८)गोविन्दराज तृतीय इत्यादि का उल्लेख मिलता है।१०वीं शताब्दी की शुरूआत में वाक्पतिराज प्रथम ने प्रतिहारों से अपने आपको स्वतंत्र कर लिया। इसके बाद चौहानों ने अपनी स्वयं की सत्ता स्थापित कर ली थी।शाकंभरी चौहान स्वतंत्रत शासक :पृथ्वीराज प्रथम--->अजयराज(शासन ईस्वी