रमणिका गुप्ता - श्रंखला -3 मराठी स्त्री विमर्श कहानियां महाराष्ट्र की स्त्री के लिए मशहूर है कि वह जब बाज़ार जाती है तो पुस्तकें खरीद कर लौटती है. इस बात की पुष्टि होती है मराठी से हिन्दी में अनूदित स्त्री विमर्श की कहानियों की बौद्धिकता से. पिछली पीढ़ियों ने ये बौद्धिकता की ज़मीन कुछ इस तरह तैयार की है कि 'नई पौध 'में आठ कहानियाँ हैं. भारती गोरे ने इन कहानियों का विश्लेषण इस तरह किया है कि उनके विषय में अधिक कहने की गुंजाइश नहीं बची है फिर भी मै अपने द्रष्टिकोण से और भी कुछ तलाशने की कोशिश