अंतिम भाग - 3 कहानी - तुम न जाने किस जहाँ में खो गए - 3 मधुसूदन बेटे के साथ मधु के घर गया . उसे देख कर मधु बहुत आश्चर्यचकित हुई और उस से ज्यादा खुश भी . मोंटू को उसने प्यार से अपनी गोद में बिठाया फिर पूछा “ सर , इतने दिनों के बाद आप अचानक यहाँ ? “ “ हाँ , इस बीच मोंटू ने अपनी माँ को खो दिया . काफी दिनों तक हमलोग अपसेट रहे . “ “ वैरी सॉरी . वैसे शिमला से आये आपके एक फ्रेंड