भक्तो की आस

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ॐ नमः शिवाये।  ॐ नमः शिवाये।। ॐ नमः शिवाये।  ॐ नमः शिवाये।। ॐ नमः शिवाये।  ॐ नमः शिवाये।। ॐ नमः शिवाये।  ॐ नमः शिवाये।। अब पूरी कर दे आस रे।  भोले बाबा कर दे बिनाश रे।। तू अघोड़ी - तू नसेड़ी - शिव विराजे शमशान बिष पी के है अभिनाशी - क्यों बचा रहा इन्शान जब जात पात में तुझे भी फसा रहा कलयुगी जुबान कहे का तू शिव - जब बड़ा रह गया पहचान मेरी गंगा माँ को त्रापित कर के किया मिला तुझे भगवान् जब अहंकार ही न्याय मांगे ऐसा ही क्या बना बैठा जहान कहे का तू