रमणिका गुप्ता: अनुवाद की श्रंखला - भाग 2

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रमणिका गुप्ता श्रंखला -2 “गुजराती स्त्री विमर्श कहानियां” सारे विश्व की औरतों के पुरुष व्यवस्था के कारण दुःख के सामांतर कारण हैं सिर्फ़ परिस्थितियां भिन्न हैं. इसी बात को प्रमाणित करने में लगी थीं सुप्रसिद्ध लेखिका रमणिका गुप्ता जी ने रमणिका फ़ाउंडेशन परियोजना के तहत कहानी श्रंखला से. उन्होंने बहुत कठिन व्रत का संकल्प किया था -चालीस भाषाओ की स्त्री विमर्श की लेखिकाओ ने जो औरत के जीवन के दर्द को इंगित किया है उसे वह अनुवादित करके हिन्दी में प्रकाशित करके एक दस्तावेज तैयार कर रही थीं कि पुरुष व्यवस्था की आँखें उस दर्द को देख पाये व इसको