रमणिका गुप्ता: अनुवाद की श्रंखला

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रमणिका गुप्ता जी और स्त्री विमर्श कहानियों के अनुवाद की श्रंखला रमणिका गुप्ता---1 [नीलम कुलश्रेष्ठ ] स्त्रियों की जागृति का इतिहास सवा सौ साल पुराना है जिस पर कुछ ना कुछ लिखा जाता रहा है लेकिन एक कलमकार स्त्री इस इतिहास को सही ढंग से अभिव्यक्त कर सकती है. वड़ोदरा[गुजरात ] की भूतपूर्व महारानी चिमणाबाई गायकवाड़ ने लंदन के भारतीय मूल के एक सहयोगी लेखक श्री एस. एम. मित्र के साथ सवा सौ वर्ष पूर्व एक पुस्तक लिखी थी "द पोज़ीशन ऑफ़ वीमन इन इंडियन लाइफ़ " सम्भवत; ये भारत का पहला स्त्री लिखित दस्तावेज होगा जिसने खुली आँखों से