सपने - (भाग-6)

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सपने......(भाग-6)आस्था को खुशी के मारे सुबह 3 बजे के बाद ही नींद आयी......और 8 बजे उठ भी गयी। रात को निखिल भाई ने जो मौके पर चौका मारा है, उसके लिए थैंक्यू कहना तो बनता है, बस यही सोच कर चाय पीते हुए निखिल के पास जा कर बैठ गयी, "थैंक्यू भाई पापा को मनाने के लिए"! आस्था की बात सुन कर चिढाते हुए बोला," अब तो मैंने कर दिखाया, उस दिन कैसे कह रही थी, तुमसे न हो पाएगा"!! कोई और दिन होता तो निखिल से उलझ पड़ती ,पर इस बार उसके चिढाने को नजरअँदाज करके बोली," हाँ भाई