बाते अधूरी सी... - भाग ६

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सिद्दार्थ की अचानक रात को दो बजे नींद खुली, वो पेन अब भी उसके हाथ की मुट्ठी में लिपटी हुई थी, उसे देख कर वो एकदम चौंक गया, लेकिन फिर उसे याद आया की ही पेन आंचल का है.उसने नाईट लैंप की रोशनी में उसे एक बार फिर ध्यान से देखा, उसे लगा की उस पेन को खोल कर उसे देखना चाहिए आखिर उस पेपर में क्या है जो उसे आंचल में इस तरह पेन के अंदर लपेट कर रखा है.सिद्धार्थ धीरे से उस पेन को खोल कर देखता है, एक ब्लू कलर का पेपर जिस पर ब्लैक कलर से