41 - जयोल्लांस क्या सभी दशाओं में मृत्यु कष्टकर जान पड़ती है? बहुत-से लोग तो इस दु:खों - यंत्रणाओं से भरे संसार में ऐसे होते हैं, जो खुशी-खुशी मरना चाहते हैं। वे मृत्यु को भयानक नहीं समझते। कितने ही ऐसे धर्मवीर हुए हैं, जिन्होंने निर्भीक होकर मृत्यु से भेंट की। सत्य और धर्म के लिए, संसार से अन्याय को दूर करने के लिए, कितने ही धर्मवीर और कर्मवीर प्रसन्नता से मृत्यु की वेदी पर बलि हो गए। क्या उन्हें उस समय मृत्यु कष्टकर जान पड़ी थी? कदापि नहीं! मनुष्य जब सत्य विश्वास से उत्तेजित हो जाता है और हृदय में