5 - एक हृदयविदारक दृश्यट टॉम और इलाइजा के पुत्र को बेचकर शेल्वी साहब रात को अपने सोने के कमरे में जाकर दुखित चित्त से कुर्सी पर पड़े चिट्ठी-पत्री पढ़ रहे थे। उनकी मेम आईने के सामने खड़ी होकर कपड़े बदल रही थी। शेल्वी साहब को इस प्रकार उदास देखते ही उसे इलाइजा के पुत्र के विक्रय की बात याद आ गई। उसने अपने पति से पूछा - "आर्थर, वह कौन था, जो आज अपने यहाँ बड़े ठाट-बाट से आया था?" "उसका नाम हेली है।" "हेली! यह कौन है? यहाँ क्यों आया था?" "नेसेज नगर में उससे मेरा कुछ काम