अतीत के पन्ने - भाग 18

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आलोक ने हवेली पहुंच कर कहा बेटा जरूर हमने कुछ अच्छा किया जो तुमको पिया जैसी एक जीवन साथी मिली है।वरना आज कल लड़कियों का देखो।आलेख ने कहा पापा पिया मेरी छोटी मां की परछाई है मैंने उसमें छोटी मां को देखा है।आलोक ने कहा हां मैं समझ सकता हूं बेटा पर जब उसके साथ शादी करके इस हवेली में लाओगे तो तुम उस समय अपनी भावनाओं को व्यक्त मत करना वरना ये जहर की तरह पुरे जीवन को बर्बाद कर देगा।अब चलो चल कर सो जाओ।।आलेख ने कहा हां ठीक है पर थोड़ी देर मैं पढ़ना चाहता हूं।।आलोक ने