घुटन - भाग ७ 

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रागिनी ने अपने बेटे को समझाते हुए कहा, "तिलक बेटा कई बार लोग एक चेहरे के ऊपर कई चेहरे लगा लेते हैं जिसके कारण उनका असली रूप पहचान में नहीं आता। वह नायक तो पीठ दिखा कर हमेशा-हमेशा के लिए चला गया परंतु वह नायिका प्यार की आग में जलती रही। समाज के तानों की चिंता छोड़ कर हर दुःख दर्द सह कर उसने अपने बेटे को जन्म दिया। नायिका के पिता ने हमेशा उसका साथ दिया। अपनी बेटी को आदर सत्कार दिया। उसके प्यार का उन्होंने सम्मान किया। वह जानते थे कि उनकी बेटी तो अपने प्यार को पूजा