इतिहास का वह सबसे महान विदूषक - 7

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7 जब मंत्री ने खुदवाए जादू वाले कुएँ एक बार की बात, मौसम सुहावना था। न ज्यादा सर्दी न गरमी। सर्दियों का मौसम तो चला गया था, पर गरमी अभी तेज नहीं हुई थीं। बीच-बीच में दो-एक बार बारिश भी हो चुकी थी। आसमान में हलके ऊदिया बादल थे और मन को खुश कर देने वाली ठंडी हवा चल रही थी। राजा कृष्णदेव राय बोले, “आज को दिन कुछ अलग सा है। इसे कुछ अलग ढंग से बिताना चाहिए।” मंत्री ने कहा, “महाराज, बढ़िया मौसम की खुशी में आज एक बढ़िया दावत हो जाए, तो सबको अच्छा लगेगा।” सेनापति गजेंद्रपति