वह जो नहीं कहा समीक्षा

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आज एक अपरिचित सज्जन ने लघुकथा संग्रहपर अपने विचार भेजे ।उन के प्रोत्साहन भरे शब्दों के लिए हृदय से आभारवह जो नहीं कहा...स्नेह गोस्वामी हर रोज महिलाओं को थप्पड़ों, लातों, पिटाई, अपमान, धमकियों, यौन शोषण और अनेक अन्य हिंसात्मक घटनाओं का सामना करना पड़ता है। इतिहास के पन्नें भी महिलाओं पर होने वाले जुल्मों सितम के दर्द को ब्यां करते है। आधुनिकता के इस दौर में भी महिलाओं पर जुल्म कुछ कम नहीं है। स्नेह गोस्वामी द्वारा कृत ''वह जो नहीं कहा..." लघुकथा संग्रह उन सब औरतों को समर्पित की गई है जो सारे सितम सह कर भी सुरक्षित हैं