तीसरी कक्षा में पढ़ रही रूहानी बहुत ही सरल स्वभाव की लड़की थी। उसकी टीचर सभी बच्चों को हमेशा एक दूसरे की मदद करने के लिए कहती थीं । घर पर उसकी मम्मी भी हमेशा उसे सिखातीं, “रूहानी बेटा हमें सभी की मदद करनी चाहिए।” रूहानी अपनी मम्मी को भी सभी की मदद करते हुए देखती थी। इस तरह की परवरिश के कारण ही क्लास में किसी को यदि किसी भी चीज की ज़रूरत हो तो रूहानी मदद अवश्य ही करती थी। उसी के साथ पढ़ने वाली बिपाशा उसके इस स्वभाव का हमेशा ही फायदा उठाती थी। बिपाशा अक्सर ही