धमनियों के देश में-भगवान स्वरूप चैतन्य

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धमनियों के देश में’ परमाणु प्रकाशन ग्वालियर कर्मशील व्यक्तित्व डॉ भगवान स्वरूप चैतन्य रामगोपाल भावुक डॉ चैतन्य कृति ‘‘ धमनियों के देश में’ परमाणु प्रकाशन ग्वालियर से प्रकाशित हो चुकी थी। उस दिन उन्होंने वह कृति मुझे भी भेंट में प्रदान की थी। मेरे लधु भ्राता की तरह जीवन के सुख -दुःख में वचपन से ही साथ रहे हैं। मैं उस समय यह क्यों नहीं सोच पाया कि मैं इतने बड़े व्यक्तित्व के साथ बचपन गुजार रहा हूँ। बात यह रही कि मेरी ही उम्र के इनके बड़े भ्राता नरेश शर्मा जी मेरे दिन- रात के साथी बन गये थे।