अमिताभ बच्चन की 1970-80 के दशक की एंग्री यंग मैन की फिल्मों को अगर 2022 की तकनीकी के साथ बनाया जाये तो kgf 2 और उन फिल्मों में ज्यादा अंतर नहीं होगा। कहने को kgf 2 एक मास फ़िल्म हैं। और आजकल बड़ा अजीब चलन हैं। जब डाइरेक्टर को फ़िल्म बनानी हो और उसके पास कहानी ना हो तो वो अपने शरीर को काम देने के लिए मास फ़िल्म बना डालता हैं। बस इसी का परिणाम हैं। kgf 2कहानी के नाम पर फ़िल्म के अंदर दुनिया भर के तर्क दिए जायेंगे पर कहानी सिंगल लाइन हैं। कि रॉकी kgf पर