भाग - २... क्वारीसाइडिंग स्टेशन को देखकर लगता था कि रेलवे प्राधिकरण ने इसके निर्माण का प्रारम्भ करने के बाद इसे प्रारम्भिक अवस्था में ही छोड़ दिया । ढाई प्लॅटफार्म थे, जिनमें से दो तो पसींजर और मालगाड़ियों के लिए थे । इन दोनों प्लॅटफार्म में उचित ऊँचाई के लिए कोई ढाँचा नहीं था, न सीमेंट का, न पत्थर का । बस मिट्टी, कंकर और घास के तिनके । ऊपर न कोई टीन-टप्पर, न खपरैल । न पीने का पानी, न शौचालय । यानी यात्रियों, विशेषतः महिलाओं, बुज़ुर्गों और बाधित लोगों को काफ़ी मशक्कत करनी पड़ती थी । तीसरे प्लॅटफार्म