जहा चाह, वहा राह

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जब मेहनत रंग लाती है तो किस्मत का लिखा भी पलट जाता है। दिल्ली के मुहम्मद वसीम के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। वसीम दिल्ली की सड़कों पर साइकिल दौड़ाते हुए अखबार बांटते हैं, लेकिन आज उनका नाम बड़े बड़े अखबारों की सुर्खियों में बना हुआ है। इसकी दो वजहें हैं, पहली उनका टैलेंट और दूसरी उनकी मेहनत। "लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती ।कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती ॥" 19 साल का वसीम खेलेगा दिल्ली प्रीमियर लीग बहुत से लोग नहीं जानते होंगे कि आखिर ये मोहम्मद वसीम है कौन, दरअसल, भारतीय पूर्व