लुंबिनी में जन्म गौतम सिद्धार्थ का जन्म एक राजकुमार के रूप में हुआ था। उनके पिता शाक्य वंश के थे और कपिलवस्तु राज्य के राजा थे। उनकी माता रानी माया एक कर्तव्यनिष्ठ और धर्मपरायण महिला थीं। एक रात रानी ने एक विचित्र स्वप्न देखा। उन्होंने देखा कि छह दांतों वाला एक सफेद हाथी स्वर्ग से उतरा और उनके गर्भ में समा गया। प्रातःकाल उठकर रानी ने राजा को अपने सपने के बारे में बताया। राजा ने तुरंत राजपुरोहित को बुलवाया और उससे इस सपने का अर्थ बताने को कहा। राजपुरोहित ने भविष्यवाणी की कि यह शुभ स्वप्न था। इसका अर्थ