DK - एक अनसुलझा रहस्य - 1

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"मैने बना लिया इसे,अब मैं ही सब कुछ हूं।मुझसे ही सब शुरू और मुझपे ही खत्म।" हस्ते हुए DK ने खुद से कहा। DK ने अपनी प्राईवेट लैब में प्रयोग करते हुए टाइम मशीन बना ली थी।और अब वो बहुत खुश था।अब उसका सपना जो उसने अपनी ग्रेजुएशन खत्म करते वक्त देखा था वो आज पूरा हो गया था।लेकिन वो अपनी ये खुशी किसी के साथ बांट नही सकता था। क्योंकि उसका इस दुनिया में कोई नहीं था। उसके मां की मौत उसके जन्म के कुछ दिन बाद ही को गई थी।और बाप भी बचपन में ही मर गया था।