मॉटरनी का बुद्धु---(भाग-16)भूपेंद्र जी बच्चों के साथ लगभग दौड़ते हुए वहाँ पहुँचे। उस आदमी ने अपना नाम विनायक बताया। संध्या को सर में चोट आयी थी तो उसे ऑपरेशन थियेटर ले जाया गया। विनायक ने ही पुलिस को फोन करके पहले ही बुला लिया था जिससे हॉस्पिटल वाले कार्यवाही पूरी होने का इंतजार ही न करते रहें। वैसे तो अब कानूनन भी ये हो गया है कि जब ऐसी कोई वारदात हो तो पहले डॉक्टर्स को मरीज का इलाज करना होगा और पुलिस को भी ताकीद की गयी है कि जो घायल की मदद करे उसे बेवजह परेशान न किया