जिंदगी के सफ़र में अत्यंत अजीबोगरीब घटनाएं घटती रहती हैं।मैं एक शिक्षित 44 वर्षीय हाउस वाइफ हूँ।ग्रेजुएशन में ही विवाह कर दिया गया था, पति के प्रोत्साहन से विवाहोपरांत मैंने PG कर लिया था लेकिन पति की अच्छी जॉब एवं बेटे की परवरिश अच्छे से करने की चाहत के कारण कभी जॉब करने की मेरी ख्वाहिश नहीं रही। मेरा इकलौता 22 वर्षीय बेटा BBA के अंतिम साल में है, जो हॉस्टल में रहता है।हमारे घर का माहौल काफ़ी खुशनुमा है, हम तीनों का आपस में दोस्ताना व्यवहार है।इसी कारण बेटे के मित्र भी हमारे साथ घुले-मिले थे, जिससे वे अपनी समस्याओं