मम्मी जी बहुत बीमार थीं |बिस्तर से सिर्फ नीति-क्रिया से निबटने के लिए ही किसी तरह उठतीं |कभी-कभी नहीं उठ पातीं तो घर के किसी सदस्य को मदद के लिए पुकारतीं |पापा जी दिन-रात उनकी देखभाल व सेवा में जुटे रहते |समय पर दवा ,भोजन-पानी की व्यवस्था करते |जो भी देखता उनकी पत्नी-सेवा की प्रशंसा करता ,पर मम्मी जी पापा जी से नाराज ही रहतीं |पापा जी के अकेले टीवी देखने ,अखबार पढ़ने ,तैयार होकर बाहर जाने या फिर दूसरी औरतों से बातचीत करने को वे बिलकुल पसंद नहीं करती थीं |वे चाहतीं कि पापा जी हर चीज में उन्हें शामिल करें |वे बड़बड़ातीं ....गालियां देतीं ....रोतीं |वे इस समय खुद इन सारी