आमतौर पर जब भी किसी कहानी या उपन्यास में मुझे थोड़े अलग विषय के साथ एक उत्सुकता जगाती कहानी, जिसका ट्रीटमेंट भी आम कहानियों से थोड़ा अलग हट कर हो, पढ़ने को मिल जाता है तो समझिए कि मेरा दिन बन जाता है। दोस्तों..आज मैं धाराप्रवाह लेखन से सुसज्जित एक ऐसे ही कहानी संकलन की बात करने जा रहा हूँ जिसे '#हैशटैग' के नाम से लिखा है सुबोध भारतीय जी ने। 'नीलम जासूस' के नाम से पिता के बरसों पुराने प्रकाशन व्यवसाय को फिर से पुनर्जीवित करने वाले सुबोध भारतीय जी का वैसे तो यह पहला कहानी संकलन है मगर