फूल बना हथियार - 10

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अध्याय 10 अक्षय और परशुराम दोनों उस हॉस्पिटल के लंबे बरामदे में धीरे-धीरे चल कर आई.सी.यू. तक पहुंचे। यूनिट के पहले कमरे में ऑक्सीजन का सिलेंडर की सहायता से रोहिणी सांस ले रही थी। अक्षय उसके पास जाकर खड़े होकर धीरे से छूकर "अम्मा!" आवाज दिया। रोहिणी का शरीर अक्षय के आवाज को सुनकर थोड़ा सा भी नहीं हिला। आवाज़ को थोड़ी ऊंची करके अक्षय ने फिर से 'अम्मा' बोलते समय ही पास में खड़ी एक नर्स बीच में बोली। "सॉरी सर ! कोमा स्टेज में रहने वाले को फोर्स करके अपने होश में लाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए...