बाल कहानी- विवेक एक नदी में मगरमच्छ रहता था, नदी में चारों तरफ़ उछाल भरता। जब उसका आहार मिल जाता तो खाने के बाद नदी में ही पड़ा रहता । शाम होने पर कोई दूसरा शिकार तलाश करता और अपनी पत्नी के लिए ले ज़ाया करता। पत्नी खाकर बहुत प्रसन्न होती । एक बार मगरमच्छ उछल-उछल कर देखता हुआ अपना शिकार तलाश रहा था । पूरे दिन तलाशने के बाद भी उसे शिकार नहीं मिला , वह निराश होकर लौट ही रहा था ; तभी नदी के किनारे ऊपर पेड़ पर बैठा हुआ