तेरे मेरे दरमियां यह रिश्ता अंजाना - (भाग-22) एक मक्खीचुस की कहानी

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रौनक सारंगी और पन्कुडी को आपने जीप मे लेकर रामगढ़ के बगल वाले गाँव सुर्यपुर ले जाता है । क्योंकि सुर्यपुर गाँव उनके यहां से नजदीक ही था इसलिये तीनो जल्द ही पहुँच जाते हैं। रौनक सीधे वहाँ के ठाकुर साहब के हवेली के सामने अपनी जीप रोकता है। पन्कुडी हवेली की सुंदरता देखकर एकदम मंत्र मुग्ध हो जाती है। पन्कुडी बाहर देखकर -" वाह सारंगी यह हवेली तो बहुत सुंदर है ,,,,, चाचा के हवेली से भी ज्यादा मुझे पसंद आया यह तो। इधर सारंगी हवेली को देख रही थी तो कभी गुस्से से रौनक को। रौनक -" क्या