सफर का अंत - 7

  • 4.2k
  • 1.7k

अरे इतनी भी बड़ी चुड़ैल नहीं है वो ओके जो मुझे तुम डरा रहे हो। में तो वहा घूम के भी वापस आ सकता हूं और में ये चुड़ैल आत्मा में भरोसा नहीं करता तुमको करना है करो और डरो ठीक है में तो चलाअरे अभी तो तुम डर रहे थे अचानक क्या हुआ तुम चेंज कैसे हुए और देख भाई में झूट नहीं बोल रहा और हा में कोई पेपर या टीवी न्यूज में नहीं देख कर आ रहा ठीक है।अरे चोडो यार ऐसा कुछ नहीं होता ठीक है ऐसे वहेम मत पाल अपने मन में ओके[कुछ देर बाद]हाहाहा