विष्णु प्रसाद एक किसान था, अपनी पत्नी और तीन बेटों के साथ अपने खेत में ही एक झोपड़ी बनाकर रहता था। विष्णु प्रसाद की पत्नी उमा हर काम में अपने पति का हाथ बटाती थी। विष्णु सुबह से शाम तक अपने खेत में मेहनत करता था। अपने तीनों बेटों राम, लक्ष्मण और शंकर को भी अपने साथ खेती का थोड़ा-थोड़ा काम सिखाता रहता था। विष्णु प्रसाद अपने बेटों को हमेशा धरती से जुड़े रहने और मेहनत से काम करने की शिक्षा देता था। वह हमेशा अपने बेटों से कहता, "हम किसान हैं और हमारी धरती ही हमारी अन्नदाता है। भरपूर अन्न उगा