मेरा Hero (भाग-9) केचप ऑन मानसी के मुखडे पर

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कैंटीन के अन्दर--- पाँचो टेबल पर बैठे हुये थे। लेकिन सबके चेहरे के भाव कुछ और ही थे जहा पर रोहित और शौर्य अभी यह सोच रहे थे की आखिर यह सब किया किसने होगा वही पर अंजलि श्रुति का मूड अच्छा करने की कोशिश कर रही थी तो अवीका बस सैंडविच खाए जा रही थी। और खाते हुये ही शौर्य और श्रुति को इशारा करके बोलती है-" यार सब तो ठीक हो गया अब आराम से खाओ पीयो सब। वैसे शौर्य कितना परेशान हो गया था श्रुति के लिये।" उसकी बाते समझ कर रोहित भी उन दोनो की टाँग