बहेलिया विपिन कुमार शर्मा

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बहेलिया विपिन कुमार शर्मा प्रयोगात्मक पहल कहानी संग्रह रामगोपाल भावुक विपिन कुमार शर्मा का कहानी संग्रह बहेलिया सामने है। कलात्मक कबर पृष्ठ पर बहेलिये नाम पढ़कर चित्त कलात्मक तरीके से बहेलिये के बारे में सोचने लगा। इसकी कहानियाँ निश्चय ही कलात्म ढंग से कही गईं होगीं। बहेलिये कहाँ नहीं हैं। पशुता के प्रतीक इस नाम के कारण इस कृति के पन्ने पलटना शुरू कर दिये। इसकी पहली कहानी बहेलिये पढ़ने लगा-हम जिन प्रश्नों से बचना चाहते हैं, वे ही प्रश्न संधान बनकर सामने आ जाते हैं तो वह उनसे बैसे ही बचकर भागना चाहता