दहशत

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समीक्षा दहशत शहर के वीभत्स पर्दे के पीछे के अपराध में जीवन का स्पंदन डॉ. ऋतु भनोट, मोहाली अंग्रेजी साहित्य में जासूसी और नेगेटिव शेड्स वाले थ्रिलर उपन्यास का चलन हिन्दी की तुलना में बहुत अधिक है। एक समय था जब देवकीनन्दन खत्री और गोपालराम गहमरी द्वारा लिखित जासूसी और ऐयारी उपन्यासों का दौर था, तत्पश्चात् इब्ने सफ़ी बी. ए. के उर्दू उपन्यासों का हिंदी अनुवाद, वेद प्रकाश शर्मा, सुरेन्द्रमोहन पाठक, विमल पंडित और रितुराज के जासूसी उपन्यासों की लहर चली। हिन्दी साहित्य में किसी स्त्री रचनाकार द्वारा सामाजिक यथार्थ को अभिव्यक्त करने वाले थ्रिलर अथवा रहस्य रोमांच से भरपूर