प्राचीनतम नालंदा विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा विश्व की कठिनतम परीक्षाओ में से एक मानी जाती थी। मेरा निवास स्थान इससे कुछेक किलोमीटर दूरी पर ही स्थित है। आज भी आसपास के इलाकों से इस विश्वविद्यालय से जुड़ी कई किवदंतियाँ सुनने को मिल ही जाती हैं। यह प्रवेश परीक्षा विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर ही लिया जाता। जो चुन लिया जाता, उसे प्रवेश मिल जाता। प्रवेश पाने के लिए आर्यदत्त कतार में खड़ा अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहा था। द्वारपाल सभी उम्मीदवारों को एक कार्य सौंपता। पर, उसे पूरा कर पाने में सभी असमर्थ थें और एक-एक कर सब वापसी