.......... सब उस आवाज की और देखते हैं, सुप्रिया भी उस ओर देखती है, जहाँ से आवाज आई होती है, वो देखती है, एक बहुत ही हटा कटा नौजवान खड़ा होता है। तब वो सब कबिले वाले उस नौजवान की ओर देखते हैं, उन में से एक वृद्ध बोलता... ओह.. तो तुम यहाँ .... छुपे हो भीखूँ... अगर मुझे छुपना होता.. तो अभी भी समाने नहीं आता। सब से वृद्ध बोलता है... बस बस... हमें सब पता है... तुम सब देख क्या रहे हो.... पकड़ लो इसे और अपने कबिले में लेकर चलो.... इसे वही सजा सुनाई जायेगी। भीखूँ.... कैसी