पहले तो कोरोना के कारण लंबी बंदिशें लगी। फिर जब सब कुछ सामान्य होने लगा तो एक के बाद एक घटना ऐसी घटनी लगी कि मन खिन्न हो गया। लखीमपुर खीरी की घटना के साथ-साथ हमारी युवा पीढ़ी नशे के जाल में उलझती जा रही है। यह चिंता की बात है। जीवन अब खुला-सा है। खुलेपन का सबसे बड़ा दृश्य अब इस रूप में दिख रहा है। निश्चित रूप से शिक्षण संस्थाएं भी इससे अछूती नहीं होंगी। इन घटनाओं को देखकर हम सबक ले सकते हैं। बहुत सावधानी बरतनी होगी। उत्साह और जोश को बरकारार रखना है। बच्चों को