बद्री विशाल सबके हैं9 स्वतंत्र कुमार सक्सेना आज कम्पाउंडर पाठक जी के यहां पंडा जी का न्योता था । सही समय पर पंडा जी, धीरू ,बिब्बो निखिल, और भी कई आमंत्रित लोग पहुंच गए यह आयोजन असल में डा. अहमद साहब की तरफ से था ।नईमा की नानी की इच्छा थी पंडा जी आए हैं तो उनका भोजन हम करवाएं । सारा खर्चा उन्हीं ने किया ।भोजन के उपरांत अहमद साहब आ गए। वे दूर खड़े रहे ,जब पता लगा भोजन हो गया सब ने हाथ धो लिए कुल्ला कर लिया तब पास आए वे इलायची एक