अर्जुन क्षत्रिय थे, भीम क्षत्रिय थे क्योंकि इन्होंने धर्म का पक्ष लिया था. राम क्षत्रिय थे, लक्ष्मण क्षत्रिय थे, हनुमान क्षत्रिय थे क्योंकि इन्होंनें भी धर्म का पक्ष लिया था. राणा प्रताप, राणा सांगा क्षत्रिय थे, शिवाजी क्षत्रिय थे; क्योंकि इन्होंने भी धर्म का पक्ष लिया था. एकलव्य शूद्र था क्योंकि इसने अधर्म का पक्ष लिया था. कर्ण शूद्र था, क्योंकि इसने अधर्म का पक्ष लिया था. दुर्योधन भी कर्म से शूद्र था क्योंकि वह तो स्वयं अधर्म ही था. बल्कि यह तो शूद्र भी नहीं थे. यह तो चांडाल थे. और शायद चांडाल भी नहीं थे. ये तो पूरे