वह अब भी वहीं है - 11

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भाग - 11 सुबह मेरी नींद तब खुली जब तोंदियल ने उठाया। उसी ने बताया कि, साढ़े सात बज गए हैं। मैं घबरा कर उठा, मेरे सामने साहब और मैडम का चेहरा नाच गया। मैंने पूछा, 'मैडम उठ गईं क्या?' उसने कहा, 'नहीं, अभी सो रही हैं। दस बजे से पहले नहीं उठेंगी। जिस रात गड़बड़ करती हैं अगले दिन दस बजे से पहले नहीं उठतीं।' मैं जल्दी से फ्रेश होकर तैयार हो गया। अपने कपड़े पहने और तोंदियल के कपड़ों को धोकर मशीन में ही सुखाकर वापस रख दिया। हालांकि वह नम तब भी थे। तोंदियल यह सब शांति