वह अब भी वहीं है - 9

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भाग - 9 मेरे यह कहते ही उन्होंने क्षण-भर को मुझे देखकर कहा, 'सुबह आ जाएंगे। तुम्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है।' उनकी इस बात ने मेरी सारी आशाओं को पैदा होते ही खत्म कर दिया। इस बीच कोई कॉल आ गई और मैडम फ़ोन पर लग गईं। सोहन मुझे लेकर लॉबी में आ गया। मुझे समझाते हुए बोला, 'घबड़ाने की जरूरत नहीं, मैडम बहुत अच्छी हैं। वो काम करने वालों को अपने परिवार के सदस्य की तरह रखती हैं। उन्होंने कह दिया तो सामान सुबह आ जाएगा।' मैंने कहा, 'लेकिन मैं इस समय क्या पहनूंगा ?' ‘अगर तुम्हें