(19) “मेरी बहन इसकी कैद में है ..मगर इसके अतिरिक्त कोई नहीं जानता की वह कहाँ कैद है,,” रीमा ने रुक रुक कर कहा “मैं चाहती हूं कि तुम इससे मालुम करो ..यह लो कटार ..।” उसने आगे बढ़ कर एक चमचमाती हुई कटार उसके हाथों में थमा दी और बोली। “इसके शरीर में चुभो चुभो कर पूछो कि नातुना कहाँ है ..यह मुंह खोलने पर विवश हो जाएगा।” हमीद ने बौखला कर विनोद की ओर देखा, मगर अब भी उसके चेहरे पर किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं था,,उसी प्रकार की जड़ता छाई थी ..ऐसा लग रहा था जैसे सोचने