(15) “यह सब किया हो रहा है हमीद भाई...।” कासिम कपकपाती हुई आवाज में बोला । “अरे जहन्नुम में झोंको सबको – चलो अब तुम्हारी वाली को तलाश करें – सुमन भूत बन गई है और मेरी वाली तो पहले ही से चुड़ैल थी ।” “मैं कासी को नहीं तलाश करता – औरत है लानत पर ।” “औरत है लानत पर....।” हमीद ने आश्चर्य से दुहराया “अबे यह क्या है ।” “ठेंगे से – मुझे इस वख्त गलत सही का होश नाहीं है....अगे यह बाप गे- फिर जिन्दा हो गई ।” “अगर यहीं बात है तो चलो – इन सबसे