भूलना

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तमिल लेखिका वासंती की मूल तमिल कहानी का हिन्दी अनुवाद एस भाग्यम शर्मा छोटू आज बहुत जल्दबाजी में था। आज उसके अध्यापक ने कहा था कि रात को जल्दी सो जाना क्योंकि कल सुबह 7:00 बजे तुम्हें स्कूल आना है। परंतु उसका काम अभी खत्म नहीं होगा ऐसा उसको लग रहा है। आजकल जल्दी अंधेरा हो जाता है। ठंडी हवाएं चल रही है। 10 दिन पहले तक शाम को 7:00 बजे तक अच्छी धूप रहती थी। परंतु रसोई में चूल्हे के पास बैठो तो बड़ी गर्मी लगती थी। चंदन काका की दुकान पर सब्जी लेने आने वाले कहते कि अभी