उस दिन सूर्या और सीतल दोनो भाले का टुकड़ा लेकर आ गए.... ऐसे करेके सूर्या ने सारे टुकड़े जमा कर दिए .. फिर उन टुकड़ों को जोड़ने के लिए बोतल के जिन की आवश्यकता थी ।उस जिन को लेने के लिए सूर्या को परलोग जाना था . पर वह जाना वाला कभी लौटकर वापस नहीं आया. ये सब कहते थे फिरभी सूर्या ने अपने जादुई शक्तियां का प्रयोग करके सूर्या परलोग की राह पर चल पड़ा।। पर एक दिक्कत थी की परलोग में सब कुछ मिल सकती है पर जो जादुई जिन