कैसी-कैसी पगडंडियां स्वतंत्र कुमार सक्सेना गरीबी एक क्रूर शिक्षक की तरह है, जो सिखाती तो है पर जितना सिखाती है उससे जयादा पिटाई करती है, पाठ अच्छी तरह याद करने पर शाबासी कम मिलती है पर जरा सी भूल पर चांटे थप्पड़ जयादा, कुछ ऐसी ही बात अपने सुन्नू के साथ भी थी। कारीगर राम सिंह का इकलौता बेटा लिहाजा बिगड़ना स्वाभाविक था। बापू ने स्कूल भेजा पर मास्टर पढ़ाता कम पर पिटाई अधिक करता, बापू ने बहुत समझाया-‘ मैं ऐसा ई रह गयो, तू चार अच्छर पढ़ लेते तो आदमी बन जातो, मास्टर की मार