गुनाहों का देवता - 9

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भाग 9 'कहाँ गयी है सुधा?' चन्दर ने पूछा। 'आज शायद साबिर साहब के यहाँ गयी है। उनकी लड़की उनके साथ पढ़ती है न, वहीं गयी है बिनती के साथ।' 'अब इम्तहान को कितने दिन रह गये हैं, अभी घूमना बन्द नहीं हुआ उनका?' 'नहीं, दिन-भर पढ़ने के बाद उठी थी, उसके भी सिर में दर्द था, चली गयी। घूम-फिर लेने दो बेचारी को, अब तो जा ही रही है।' डॉ. शुक्ला बोले, एक हँसी के साथ जिसमें आँसू छलके पड़ते थे। 'कहाँ तय हो रही है सुधा की शादी?' 'बरेली में। अब उसकी बुआ ने बताया है। जन्मपत्री दी