नेट की कल्पना

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नेट की कल्पना राघव ग्रेजुएशन, कंप्यूटर के अनेक कोर्स और प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने के बाद भी अब तक बेरोजगार ही है। ऐसा नहीं है कि वह अपना रिज्यूमे लेकर कंपनी दर कंपनी भटका न हो। हार मानकर अब वह मोबाइल रिपेयरिंग का काम करने लगा। बीच-बीच में व्हाट्सएप, टि्वटर, इंस्टाग्राम के अतिरिक्त फेसबुक से भी चिपक जाता है। इसी चक्कर में कई बार कस्टमरों का काम न कर पाने के कारण वह बुरी-भली भी सुनता रहता है। सच में, यह नेट की दुनिया, है ही ऐसी, जिसको एक बार चस्का लग जाए तब बाहर निकलना